मिटा देंगे फांसले जो सरहदों ने बनाए है ....
करदेंगे सच जो ये खवाब हसीं हमे आये है ...
मिला देंगे कश्मीर को कश्मीर से ....
मिल्ला देंगे पंजाब को बिश्ड़े गुलाब से ...
मिटा देंगे सब लकीरों को ...
तोढ़ देंगे सब जंजीरों को ...
अब बदल चुकी है हमारी सोच ...नहीं है अब हमारे दिल पर वो नाम यादों का भोज ...
हो जाएगी हर माँ खुश ..
क्यूंकि अब ना सुनेगी वो मौत जवानों की रोज़ ...
जब भी दिल किया देखने जायेंगे हम लाहौर कराची ...
वो भी बिना कोई स्यसिती दखलंदाज़ी (Passport,visa)...
थम जायेगा अब दोनों मुल्कों का बुरा दौर ...
फिर देखे गा जो बुरी नज़र से .. उसको भी दिखा देंगे हम अपना जोर ...
आ जाएगी इक अजाब सी बहार ...
जब हर तरफ होगा प्यार ही प्यार ...
जब हर तरफ होगा प्यार ही प्यार ...